जैसा की सभी जानते हैं की मोदी सरकार को आज के दिन यानी की 26 मई को दो साल पूरे हो गये हैं। देश के प्रधानमंत्री को जनता का भरपूर प्यार मिल रहा है। हर तरफ मोदी लहर अपना रंग दिखा रही हैं। वैसे दिखानी भी चाहिए आखिर 66 साल की उम्र में हमारे देश के प्रधानमंत्री खुद रोजाना 16 से 18 घंटे जो काम करते हैं। इसके अलावा जैसा की सभी जानते हैं उनकी विदेश यात्राओं का भी सिलसिला जारी रहता है। लेकिन इस दौरान भी वह काफी फिट और सेहतमंद नजर आते हैं। वहीं इतनी उम्र के बावजूद भी उनके चेहरे पर एक शिकन तक नहीं दिखती। जिसके बाद हर किसी के दिमाग में एक बार तो ये ख्याल जरूर आता होगा कि आखिर वह इतना काम और यात्राएं कैसे कर लेते हैं। तो आज हम आपके सामने उनकी सेहत का सबसे बड़ा राज खोलने जा रहे हैं। जिसको जानने के बाद शायद आपको हैरानी ना हो। लेकिन उसकी कीमत सुनकर जरूर आप हैरत में पड़ जाएंगे।
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इस बात से तो सभी अच्छे से वाकिफ हैं कि प्रधानमंत्री फिट रहने के लिए कसरत और योग रोजाना करते हैं। लेकिन इसके अलावा वह अपने आपको सेहतमंद रखने के लिए हिमाचल के मशरूमों का सेवन भी करते हैं। इन मशरूमों का वैज्ञानिक नाम माकरुला एक्स्यूलेंटा हैं। वहीं विदेशों में भी हिमाचल के इन मशरूमों की काफी डिमांड है। यह हिमाचल के लोगों की रोजी रोटी का मुख्य साधन भी है। यह वैसे तो अपने आप ही उगते हैं। लेकिन इनको तलाशने के लिए लोग जंगलों में भटकते रहते हैं। वहीं अब हम आपको इसकी कीमत के बारे में बता देते हैं। जान लें की व्यापारी लोगों से इन मशरूमों को वैसे तो 10-15 हजार रूपये किलो के हिसाब से खरीदते हैं। लेकिन इनकी बाजारी कीमत 25 से 30 हजार के करीब है। जिससे आप समझ सकते हैं की 30 हजार रूपये किलो के मशरूम से देश के प्रधानमंत्री अपनी सेहत बनाने का काम करते हैं।
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वहीं अब आप सोच रहे होंगे कि हमें इस बारे में कैसे पता तो जान लें कि इस बात का खुलासा खुद पीएम ने किया है। वह इन मशरूमों का सेवन जब से करते आ रहे हैं। जब वह गुजरात के सीएम भी नहीं बल्कि बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री के रूप में हिमाचल प्रदेश के प्रभारी थे। गुजरात के सीएम बनने के बाद एक इंटरव्यू में इस बात का उन्होंने खुलासा किया था कि – ‘मेरी अच्छी सेहत का राज हिमाचल प्रदेश की मशरूम है। यह फल अनेक गुणों से भरपूर है।’ यह जान लें कि बर्फीले क्षेत्रों जैसे की उत्तराखंड, कश्मीर और हिमाचल में जंगलों की घनी घास में बर्फ पिघलने के बाद यह मशरुम अपने आप उग जाते हैं। वैसे आमतौर पर यह फरवरी से लेकर अप्रैल तक के बीच ही मिलती हैं।जिसमें विटामिन-डी, सी, बी और के भरपूर मात्रा में होता है। वहीं इसका सेवन करने से हार्ट की तकलीफ भी नहीं होती है। यूरोप, अमेरिका, फ्रांस, स्विटजरलैंड, इटली जैसे देशों मे इसकी काफी डिमांड है। वहीं फाइव स्टार होटलों की तो यह काफी पसंदीदा डिश है।