अपने देश की भारतीय सेना में अलग अलग धर्मों से जुड़े बहुत से लोग शामिल हैं जो देश की सरहदों की रक्षा में हर समय तत्पर रहते हैं। आज के समय को देखें तो कश्मीर में लगातार फ़ैल रहे उग्रवाद से वहां के बहुत से युवा प्रभावित है। यहाँ तक कि वहां के अधिकतर लोगों की मानसिकता यह हो गई है कि वह लोग कश्मीर को भारत से अलग देखने लगे है। कश्मीरी युवाओं द्वारा अक्सर पत्थरबाजी और आतंकी लोगों के बचाव पक्ष में आने की घटनाये तो सामने आती ही रहती है। लेकिन इसका एक दूसरा पहलू भी है जो आमतौर पर कम ही देखने को मिलता है या यूं कहें की हमारे मीडिया कर्मी ऐसी ख़बरों में ज्यादा इंट्रेस्ट नहीं लेते हैं। यह दूसरा पहलु है कश्मीर के उन लोगों का जिनके दिल में भारत बसता है। आज हम आपको एक ऐसे ही पहले कश्मीरी मुस्लिम व्यक्ति के बारे में यहां बताने जा रहें हैं जो इंडियन आर्मी मे जर्नल पद पर रहें और नंदा देवी पर्वत ट्रैकिंग के भी विजेता रहें।
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कश्मीर में अलगाववादी विचार धारा ने जिस कदर नफरत के बीज बो रखें हैं, उस वजह से बहुत से युवा भारत के खिलाफ हो रखे है पर इस सब के बावजूद कुछ लोग ऐसे भी है, जिनके दिल में हमेशा से भारत बस्ता आ रहा है और शायद बस्ता भी रहेगा।आज हम आपको जिस व्यक्ति के बारे में बता रहें हैं उसकी कहानी आपके दिल को छू जाएगी। यह कहानी है मोहम्मद अमीन नाइक की, जो की एक कश्मीरी मुस्लिम है। इन्होने इंडियन आर्मी को बतौर इंजिनियर ज्वाइन किया था। पर्वतारोहण और और खेल के प्रति भी अमीन नाइक अपनी पूरी रूचि रखते है। मोहम्मद अमीन नाइक के जीवन को देखें तो उन्होंने अपने जीवन में बहुत सी उपलब्धियां हासिल की। इंजीनियर्स के तौर पर राष्ट्र निर्माण सेवाओं के लिए उनका योगदान हमेशा याद किया जायेगा साथ ही एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने का उनका जज्बा हर खिलाड़ी के लिए एक आदर्श है।
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देखा जाएं तो एक सैनिक के रूप में मोहम्मद अमीन नाइक ने हमेशा उत्कृष्टता को ही हासिल किया है और उनके इन कार्यों ने, न सिर्फ सेना का नाम ऊंचा किया है बल्कि कश्मीर में भी रोजगार के कई अवसर खोले हैं। वर्तमान में सेना भर्ती में काश्मीर के युवाओं का जो जज्बा नजर आ रहा है उसकी तह में कहीं न कहीं मोहम्मद अमीन नाइक आज भी राष्ट्रवाद की भावना के साथ आपको खड़े मिलेंगे। मोहम्मद अमीन नाइक ने काश्मीरी युवाओं को नस्लवाद की राजनीति से बचाने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही उन्होंने भारतीय सेना को जमीनी स्तर पर आतंकवाद से लड़ने में मदद की। कश्मीर के सलवान गर्ल्स स्कूल के चेयरमैन कहते हैं कि “इंडियन आर्मी में कश्मीरी युवाओं के शामिल होने के लिए एक प्रेरितकर्ता के रूप में मोहम्मद अमीन नाइक एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन पर हम लोगों को गर्व होना चाहिए। आपको बता दें कि 30 September 2011 को भारतीय सेना से मोहम्मद अमीन नाइक बतौर ADG रिटायर्ड हुए थे।