महात्मा गांधी जी एक पुरुष थे पर भारत का एक राज्य ऐसा भी है जहां पर महात्मा गांधी को एक देवी मानकर पूजा जाता है। आइये जानते हैं इस राज्य और इसके लोगों की धारणाओं के विषय में कि आखिर क्यों यहं पर गांधी जी को देवी माना जाता है।
भारत के आंध्र प्रदेश का नाम तो आप सब जानते ही होंगे, इसी का एक गांव है केदारीपुरम, इस गांव के लोग महात्मा गांधी को एक देवी के सामान मानकर पूजते हैं। इस परंपरा को यहां चलते हुए लगभग 2 दशक बीत चुके हैं लोगों का मानना है कि ऐसा करने पर उनकी फसल अच्छी होती है। एक न्यूज़ पेपर की रिपोर्ट के अनुसार “ग्रामीण इसे फेस्टिवल की तरह मनाते हैं। इसे ‘गंधम्मा सम्बारम’ नाम दिया गया है। हर साल खरीफ के सीजन में खेतों में काम शुरू करने से पहले इसे मनाया जाता है। केदारीपुरम के वरिष्ठ नागरिक श्रीकाकुलम कहते हैं कि यहां यह फेस्टिवल 1947 में आजादी के बाद से मनाया जा रहा है।”
के.फाल्गुना राव, जो की केदारीपुरम के सरपंच हैं का कहना है कि “हमारे बुजुर्ग महात्मा गांधी से प्रभावित थे। उन्होंने सत्याग्रह किया और जमीन को मुक्त करवाया। गांव में एक गांधी यूथ एसोसिएशन और गांधी सहायतायुक्त स्कूल भी बनवाया।’
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राव ने कहा ‘गांव वाले अपने-अपने खेतों में काम शुरू करने से पहले यह फेस्टिवल आयोजित करते हैं। इसका एक उद्देश्य इनामदारों के खिलाफ एकता प्रदर्शित करना भी है। दक्षिणी आंध्र के गांवों के लोग खेती शुरू करने से पहले भगवान की पूजा करते हैं। ऐसे में हम गांधी को ही भगवान मानकर उनकी पूजा करते हैं ताकि फसल में फायदा हो। यही कारण है कि हमने फेस्टिवल को ‘गंधम्मा साम्बरम’ नाम दिया है।” जानकारी के लिए बता दें कि यह पर्व जगन्नाथ रथ यात्रा के दो सप्ताह के बाद में ही मनाया जाता है।