आपने शाहरुख खान की फिल्म “माई नेम इज खान” तो देखी होगी जिसमें आतंकवादी ना होने पर भी शाहरुख को आतंकवादी समझा जाता था। शाहरुख द्वारा बार-बार सफाई देने के बावजूद किसी ने उनकी परवाह नहीं की। आज फिर वैसी ही एक घटना कैनेडियाई सिख युवक वीरेंद्र जुब्बल के साथ घटित हुई है।
हाल ही में पेरिस में हुई आतंकी घटना के बाद एक सिख लड़के की फोटो ने इसे सच साबित कर दिखाया है। यह बेचारा बिना कुछ करे ही बलि का बकरा बन गया। वीरेन्द्र जुब्बल नाम के इस शख्स की फोटो में फोटोशॉप के जरिए कुछ चीजें बदल दी गई थी, जिसमें यह बताने की कोशिश की गई थी कि उसने इस्लाम को कुबूल कर पेरिस में एक सुसाइड बॉम्बर की भूमिका निभाई थी। अचानक ही यह युवक पूरे यूरोप में आतंकवादी के नाम से चर्चित हो गया। यह फोटो वायरल होते देर नहीं लगी और रातों रात इसे अखबारों के फ्रंट पेज पर लगा कर उसे आतकंवादी बना दिया गया।
शनिवार दोपहर से वीरेन्द्र की यह फोटो इंटरनेट पर वायरल हो रही थी, जिसमें उसने अपने शरीर पर बम को बांध रखा था।
आईपैड थामे जुब्बल की इस तस्वीर में किसी ने आईपैड की जगह कुरान थमा दी। उसकी जैकेट को भी आत्मघाती हमलों में इस्तेमाल होने वाली जैकेट बना दिया गया। जहां से यह बात फैलनी शुरू हुई थी, उनमें से एक ट्विटर हैंडल @abualut8 था जिसने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा ब्रेकिंग, पेरिस अटैक का एक हमलावर सिख है जिसने इस्लाम कुबूल कर लिया था।
इसके बाद जब वीरेन्द्र को इस बात की खबर लगी तो उन्होंने खुद को ऐसे झूठ के पर्दे से निकलने के लिए अपनी ओरिजिनल फोटो डाली और लोगों को बताया कि वह वो कोई आतंकवादी नहीं है।
वीरेंद्र ने ट्वीट कर लिखा-मैं दस्तारधारी सिख हूं और कनाडा में रहता हूं। कभी पेरिस नहीं गया हूं। इस घटना ने मुझे काफी परेशानी में डाल दिया है। मेरे साथ कुछ गलत होता है तो इसका जिम्मेदार मीडिया होगा। इसके बाद पेरिस के अखबार ने वीरेंद्र से माफी मांग ली।