हर किसी का कुछ न कुछ सपना होता है। अपने सपनों को पूरा करने के लिए हम सभी पूरी मेहनत करते हैं, लेकिन यह मेहनत तभी रंग ला सकती है जब हमारी सेहत और किस्मत भी हमारा साथ दे। आपको बता दें कि बीते वर्ष एक दिन के लिए हरियाणा में जिस बच्चे को पुलिस कमिश्नर बनाया गया था दिल्ली के एम्स अस्पताल में उसने अपनी अंतिम सांसें ले ली।
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हरियाणा के सिरसा में रहने वाले गिरीश का सपना था कि वो बड़ा होकर पुलिस कमिश्नर बने, लेकिन उसकी किडनी खराब थी। इस बीमारी के साथ उसका सपना पूरा होना काफी मुश्किल था। इसे देखते हुए गिरीश के सपने को सकार करने के लिए उसके साथ आया मेक अ विश फाउंडेशन। इस संस्था की ओर से किए गए प्रयासों के बाद गिरीश को एक दिन के लिए ही सही पर पुलिस कमिश्नर बनने का मौका मिला। इस समय गिरीश का इलाज जयपुर में ही चल रहा था।
इस नन्हें बच्चे को एक दिन का पुलिस कमिश्नर बनाया गया। इसके बाद यह बच्चा पुलिस कमिश्नर के ऑफिस पहुंचा और वहां पर इसने अन्य पुलिस कमिश्नरों की तरह ही सिपाहियों की सलामी ली। इतना ही नहीं उस समय पुलिस कमिश्नर रहे जंग राव ने नन्हें पुलिस कमिश्नर गिरीश को गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया। इसके बाद गिरीश ने पुलिस कमिश्नर की सीट पर बैठकर शहर की व्यवस्था का जायजा भी लिया। जिसके बाद वो अन्य थानों के निरीक्षण पर भी गया था।
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गिरीश के सपनों की कद्र करते हुए ही उसे एक दिन का पुलिस कमिश्नर बनाया गया था, लेकिन सपनों की उड़ान के आगे इस नन्हें पुलिस कमिश्नर ने जिंदगी की जंग से हार मान ली। लंबे समय से किडनी खराब होने की समस्या से पीड़ित गिरीश ने एम्स में अपनी अंतिम सांसें ली।