आखिर कैसे हो जाता है जानवरों को भूकंप का पूर्व आभास

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कई बार सनने में आता है कि जानवरों को भूकंप, सुनामी व अन्य किसी प्राकृतिक आपदा के आने से पहले ही उसका एहसास हो जाता है। कितना अच्छा रहता अगर यह काबलियत इंसानो में भी होती। आपको कुछ वर्ष पहले नेपाल में आया भूकंप तो याद ही होगा। उस भूकंप में सैंकड़ो लोगों ने अपनी जान गवाई थी। अगर कहीं इंसानो में भी यह गुण होता कि उन्हें भूकंप के आने से पहले ही उसके आने का पता चल जाता तो वह कितनी जिंदगीयों को बचा पाता। वह पहले ही किसी सुरक्षित स्थान पर चला जाता। मगर अब जब यह गुण इंसानो में नही है तो हम इसके लिए पशु पक्षियों की मदद ले सकते है। अगर आप यह सोच रहें है कि आखिर कौन कौन से जानवरों में यह क्षमता होती है तो चलिए हम आपको बतला देते है।

इन जानवरों के बारे में जानने से पहले चलिए जानते है इस कथन को सच करने के लिए इस पर हुए शोध के बारे में। आपको बता दें पशु- पक्षियों में यह क्षमता होती हैं कि वह प्रकृति में आने वाले बदलाव को भांप लेते है। शोध के मुताबिक वैज्ञानिकों का कहना है कि भूकंप आने से 2 -3 हफ्ते पहले ही जानवरों को आभास हो जाता है कि वह आने वाला है। पेरु में हुए एक अध्ययन में यह पाया गया कि किसी भी आपदा के समय जानवरों को हवा में बहने वाले कणों का बदलाव पहले ही दिख जाता है जिसके चलते वह पहले ही सुरक्षित स्थानों पर छिप जाते है। इस अध्ययन के तहत पेरु के येनशेगा नेशनल पार्क के सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई थी। जिसमे पाया गया कि पेरु में भूकंप आने से काफी दिन पहले ही पार्क में जानवरों की संख्या काफी कम हो गई थी।

इस बारे में वैज्ञानिक बताते हैं कि शहरों व चिड़िया घरों में रहने वाले जानवरों की तुलना में जंगलो में रहने वाले जानवर अधिक संवेदनशील होते है जिसके चलते वह किसी भी आपदा के आने के आभास को जल्दी भाप लेते है। चलिए अब करते है जानवरों की बात

1- बाज की क्षमता अधिक

बाज की क्षमता अधिकImage source:

आपको बता दें कि बाज एक ऐसा पक्षी है जिसमे प्राकृतिक आपदा को भांपने की कमाल की क्षमता होती है। अक्सर देखा गया है कि भुचाल से पहले बाज ज़मीन पर बैठा होता और फिर अचानक से एक लंबी उड़ान भरता है। यह एक प्रकार संकेत होता है कि भुचाल आने वाला है। बाज की उंची उड़ान इस बात का संकेत होती है कि वह खुद भुचाल के प्रभाव से बचने के लिए किसी सुरक्षित स्थान पर जा रहा है।

2- कुत्ते और बिल्ली

 कुत्ते और बिल्लीImage source:

कुत्ते और बिल्ली ऐसे जानवर है जो आमतौर पर लोगों के घरों में दिखते है। बहुत कम लोग जानते हैं कि भुचाल के आगमन से पहले इन्हें पता चला जाता है और यह भौंक कर इस बात का संकेत भी देने लगते है। हालांकि इन दोनों से छोटा जीव चूहा भी इस क्षमता में से परिपूर्ण है। बल्कि चूहे को कुत्ते और बिल्ली से भी पहले पता चल जाता है कि भुचाल आने वाला है।

3- अर्माडिलो भी देते हैं संकेत

अर्माडिलो भी देते हैं संकेतImage source:

अर्माडिलो एक अलग तरह का जीव होता है जो आमतौर पर देखने में नही मिलता। इसकी त्वचा किसी चमड़े के समान सख्त होती है। आपको बता दें कि भुचाल आने से पहले यह जीव सबसे पहले जमीन से बाहर निकल भागते है।

4- सांप भी हैं भूकंप के सूचक

 सांप भी हैं भूकंप के सूचकImage source:

आसमान में उड़ने वाले और ज़मीन पर चलने वाले ही नही बल्कि रेंगने वाले ये जीव भी भुचाल के आने से पहले हरकत में आ जाते है। इसकी उद्धाहरण के तौर आपको बता दें कि 1975 में चीन में भुकंप आया था तो उससे एक महीना पहले ही वहां पर सभी सांप अपने बिलों से बाहर निकल आए थे। लोग भी हैरान थे कि गर्मी के इस मौसम आखिर इतनी तादाद में सांप बिल से बाहर क्यों निकल आए है।

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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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