देखा जाए तो फौज कोई पेशा ही नहीं है, पेशा मोटे तौर पर आज उस काम को माना जाता है जिसमें हम कहीं न कहीं से लाभ पाते हैं, इस एंगल से फौज कोई पेशा नहीं है। फ़ौज का व्यक्ति यदि दूर सरहदों पर अपने परिवार से अलग होकर जाता है तो इसलिए ताकि हम लोग अपने परिवार के साथ सुरक्षित रह सकें और वही फौजी यदि रात रात भर जाग कर देश की सरहदों की सुरक्षा करता है तो इसलिए ताकि हम लोग चैन से सो सकें। यही लोग हमारी सुरक्षा करते हुए एक दिन शहीद हो जाते हैं। कभी आपने ख्याल किया है कि इन लोगों के लिए हम क्या कर सकते हैं, शायद कुछ भी नहीं। असल में इन लोगों के बहे खून का ऋण हमारे देश और हम पर है, जिसे हम कभी चाह कर भी नहीं उतार सकते हैं लेकिन कुछ ही लोग हैं जो इन लोगों के बारे सोचते हैं। जिनके ह्रदय में इन लोगों के लिए कहीं कोई जगह है, जो अपने लाभ से ज्यादा इन लोगों के लिए कुछ खास करना चाहते हैं।
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आज हम आपको एक ऐसे ही होटल के बारे में बताने जा रहें हैं जो की इन लोगों के लिए सोचता है, इस होटल में शहीद सैनिक के परिवार को सारी सुविधायें मुफ्त प्रदान की जाती है। वहीं यदि किसी परिवार में कोई व्यक्ति फ़ौज में होता है तो उसके परिवार को सभी सुविधाओं में 50 प्रतिशत की छूट दी जाती है। आइये जानते हैं इस होटल के बारे में।
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यह होटल है गुजरात के अहमदाबाद में, इस होटल का नाम है गोपाल होटल एंड रेस्टोरेंट। इस होटल में जब आप जायेंगे तो आपको एक हरे रंग का बोर्ड, अपने तिरंगे के साथ लगा हुआ मिलेगा। इस बोर्ड में सबसे ऊपर आप लिखा दिखेगा ‘राष्ट्र हित सर्व प्रथम’ और इसके बाद में सभी जानकारी अंग्रेजी में दी हुई है। इस होटल की कोशिश यह है कि सेना के जवानों के परिवार से जुड़े लोगों का ज्यादा से ज्यादा फायदा हो। यह सत्य है कि हर कोई सरहद पर जाकर देश सेवा नहीं कर सकता, परंतु कुछ इस प्रकार के भी कार्य भी हैं जिन्हें हम सरहदों पर खड़े अपने जवानों के लिए देश के अंदर ही रहकर कर सकते हैं, ।