क्या आप जानते हैं कि उत्तराखंड में एक इतना बड़ा खजाना मिला है कि भारत जल्द ही अमेरिका से भी अमीर हो जायेगा। इस दिशा में कार्य चल रहें है और सरकार अब इस और ध्यान दे रही है। आइये जानते हैं उत्तराखंड के इस इलाके के बारे में जहां की गुफा में मिला है खजाना।
इस खजाने का स्थान है उत्तराखंड का पिथौरागढ़, इस इलाके में अस्कोट की पहाड़ियां हैं जिनके नीचे ही यह खजाना दबा हुआ है। इस खजाने में इस प्रकार की धातुएं दबी हुई हैं जिनको दुनिया का हर देश निकालने की हरसंभव कोशिश करता है। इस इलाके में इस खनिज खजाने को लेकर सर्वे भी हो चुका है और उससे यह सामने आया है कि इस इलाके में सोना, तांबा, चांदी, लेड, शीशा, जस्ता जैसी बहुमूल्य धातु 1 लाख 65 हजार मैटिक टन की मात्रा में मौजूद हैं जो की देश को समृद्ध बनाने के लिए बहुत हैं।
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इस खजाने को निकालने के लिए यहां पर पिछले वर्षों में ध्यान नहीं दिया गया, पिछले 30 वर्षो में यहां से मिनरल एक्प्लोरेशन कॉरपोरेशन (एमइसी) इस धरती से धातुएं निकाल रही थी और इससे पहले डीजीएम ने भी इस इलाके में सर्वे कर धातुओं को निकालने का कार्य किया था। इस इलाके को आज भी स्थानीय लोग तामखान (तांबे की खान) कहते हैं क्योंकि उनका मानना है कि इस इलाके में तांबा अधिक मात्रा में मौजूद है । डीजीएम के दो कर्मचारी अभी भी इस इलाके मौजूद हैं पर एमइसी ने इस इलाके में कस्तूरी मृग उद्यान लागू होने के बाद से इस इलाके से खनिज पदार्थो को निकालना बंद कर दिया है।
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कुछ वर्षों से अस्कोट कस्तूरी मृग अभ्यारण्य इस क्षेत्र से हट गया है और सर्वे के लिए इस स्थान पर कई किमी की गुफा बना कर इस स्थान के खनिज पदार्थो की खोज की गई और खोज में अथाह सोना मिश्रित धातु का बड़ा खजाना होने की पुष्टि की गई है। इसी इलाके में जमीन के अंदर यूरेनियम होने की संभावना भी जताई जा रही है।