भारत एक मिश्रित संस्कृति बाला देश है। हमारे यहां अलग अलग धर्म को फ़ॉलो करने वाले बहुत लोग रहते हैं। सभी लोगों की अपनी अपनी मान्यता तथा धार्मिक विश्वास होते हैं। लेकिन फिर भी हम सभी एक देश में एक दूसरे का सहारा बनकर साथ रहते हैं। इसी कारण देश की अनेकता में एकता है। बहुत से लोग अपने मान्यताओं तथा विश्वासों से आगे निकलकर उस स्थान विशेष के हिसाब से ही जीवन गुजारते हैं जहां वे रहते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही स्थान के बारे में बता रहेंहैं। जहां के मुस्लिम लोग अपने यहां की शादियों में हिंदू रीतियों तथा रिवाजों को निभाते हैं। इस स्थान को बताने से पहले हम आपको एक घटना के बारे में बता रहें हैं।
यह घटना गुजरात के वेरावल क्षेत्र की है। यहां पर एक मुस्लिम लड़की का निकाह हुआ तो प्रारंभ में गणेश पूजन किया गया। असल में इस मुस्लिम लड़की को एक हिंदू परिवार ने पाला था। अतः इन लोगों ने कुछ हिंदू रिवाजों को निकाह में जोड़ कर निकाह कराया था। इस लड़की का नाम शबनम है। शबनम को बचपन में उसके माता पिता ने एक हिंदू परिवार को सौंप दिया था। जब शबनम विवाह लायक हो गई तो हिंदू परिवार ने उसका निकाह अब्बास नामक एक मुस्लिम लड़के से करा दिया। इस निकाह में प्रारंभ में गणेश पूजन किया गया तथा अनेक हिंदू रिवाजों को भी पूरा किया गया। यह ऐसा पहला मामला नहीं है बल्कि ऐसे कई मामले अब तक सामने आ चुके हैं।
गुजरात में हिंदू रिवाज से होती है मुस्लिम शादियां –
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आपको बता दें की गुजरात में एक ऐसा इलाका भी है। जहां के मुस्लिम निवासी अपने यहां निकाह को हिंदू रिवाजों से जोड़कर करते हैं। ये लोग गाय पूजन से लेकर गणेश पूजन तक कई रिवाजों को अपनाते हैं। इस क्षेत्र का नाम “रण बन्नी” है। यह क्षेत्र गुजरात के कच्छ के अंतर्गत आता है। यहां के निवासी मल्थारी मुस्लिम समुदाय के लोग निकाह के दौरान हिंदू रिवाजों का पालन करते हैं। मान्यता है की देश के बटवारें के समय ये लोग पाकिस्तान के सिंध प्रदेश से यहां भारत में आ गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गुजरात के रण बन्नी क्षेत्र में 18 हजार से अधिक हिंदू तथा मुस्लिम परिवार साथ में ही रहते हैं तथा एक दूसरे के त्योहारों को साथ में ही मनाते हैं। इस क्षेत्र के मुस्लिम लोग अपने यहां होने वाले निकाह में हिंदू रीतियों का पालन करते हैं और ऐसा करना इनके लिए सामान्य बात है। रण बन्नी क्षेत्र के लोग निकाह के प्रारंभ में गणेश पूजन करते हैं तथा हल्दी और मंडप जैसी प्रथाओं का पालन भी करते हैं।