छोटे कपड़े पहनने से लड़कियां बनती हैं समझदार !

-

हमारे देश में आज भी छोटे कपड़े पहनने वाली लड़कियों को खराब नजरों से देखा जाता है। इतना ही नहीं मिडिल क्लास फैमिली में तो इस तरह के पहनावों से लड़कियों को दूर ही रखा जाता है। देश के महानगरों में भले ही लाइफ काफी एडवांस हो गई हो, परन्तु सामान्य जगहों पर महिलाओं और लड़कियों के लिए आज भी कपड़ों को अपने मन से पहनने की आजादी नहीं है। वहीं अब छोटे कपड़े पहनने की इच्छा रखने वाली लड़कियों के लिए एक खुशी की बात है। एक रिसर्च यह बताती है कि छोटे कपड़े पहनने वाली लड़कियां ज्यादा समझदार होती हैं।

83524_P_1366684745562Image Source :http://www.wholesale7.net/

कपड़े हमारे व्यक्तित्व को दर्शाते हैं। साथ ही कपड़े ही किसी के सामने हमारा पहला इंप्रेशन बनाते हैं। हर मौके के लिए खास तरह की ड्रेस का चुनाव करना बेहद ही अच्छी आदत होती है, लेकिन जिन लड़कियों को छोटी ड्रेस पहनने का शौक है उनके लिए ही यह जानकर खुशी होगी कि एक स्टडी में ऐसे कपड़े पहनने वाली लड़कियों को अन्य लड़कियों की तुलना में अधिक समझदार बताया गया है।

क्या कहती है रिसर्च-

यूनिवर्सिटी ऑफ बेडफोर्डशायर के एक डॉक्टर अल्फ्रेडो गैटन ने इस विषय पर रिसर्च की। इस रिसर्च में उन्होंने अंडरग्रेजुएट 64 लड़कियों को शामिल कर उनकी राय को जाना। इस रिसर्च में दो सेट्स बनाकर महिलाओं की फोटो इन्हें दिखाई गई। एक सेट में सभी महिलाओं ने पूरे ढके हुए कपड़े पहने थे, वहीं दूसरे सेट में उन्होंने शॉर्ट ड्रेस पहन रखी थी। इन सभी फोटो को वफादारी, नैतिकता, नौकरी, पर्सनैलिटी के अलावा सेक्स और समझदारी के आधार बना कर प्वाइंट देने को कहा गया था।

487Image Source :http://1-moda.com/

इस रिसर्च में शामिल सभी लड़कियों ने माना है कि छोटे कपड़ों को पहनने वाली अधिकतर लड़कियां अन्य के मुकाबले अधिक समझदार होती हैं। अल्फ्रेडो यह भी मानते हैं कि भले ही छोटे कपड़े पहनने वाली लड़कियों की निगेटिव इमेज भी रहती है, लेकिन यह रिसर्च बताती है कि छोटे कपड़ों को पसंद करने वाली लड़कियां ज्यादा समझदार होती हैं।

vikas Arya
vikas Aryahttp://wahgazab.com
समाचार पत्र पंजाब केसरी में पत्रकार के रूप में अपना कैरियर शुरू किया। कई वर्षो से पत्रकारिता जगत में सामाजिक कुरीतियों और देश दुनिया के मुख्य विषयों पर लेखों के द्वारा लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहा हूं। अब मेरा प्रयास है कि मैं ऑनलाइन मीडिया पर भी अपने लेखों से लोगों में नई सोच और नई चेतना का संचार कर सकूं।

Share this article

Recent posts

Popular categories

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent comments