अपने देश से कई बार ऐसी ख़बरें सामने आती हैं। जिनको जान कर कोई भी हैरान रह सकता है। आज के समय में जब देश के पीएम देश को विकास के मार्ग के मार्ग पर लगातार आगे ले जा रहें हैं तथा हर व्यक्ति विकासवाद के रास्ते पर चलने की कोशिश में है। ऐसे में यदि बात प्राचीन समय के किस्से कहानियों में बताई गई चीजों की हो तो हर कोई हैरान रह ही जाता है। हालही में एक ऐसी ही घटना अपने ही देश से सामने आई है। जिसमें 3 माह पहले के एक मृतक व्यक्ति की आत्मा को लेने के लिए उसके परिजन अस्पताल में जा पहुचें।
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आपको बता दें की यह अनोखा किस्सा सामने आया है राजस्थान के जिला कोटा से। यहां के एक प्राइवेट अस्पताल में कुछ लोग ढोल नगाड़ों को बजाते घुस गए। इन लोगों का कहना था की हमारा व्यक्ति इस अस्पताल में ही मरा था। अब हम उसकी आत्मा को लेने के लिए आये हैं। ये लोग बिना किसी से पूछें मेडिकल वार्ड में दाखिल हो गए। इन लोगों की बात सुनकर वहां के मरीज तथा उनके परिजन हैरान थे। किसी को समझ नहीं आ पा रहा था की आखिर बात क्या है।
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आपको बता दें की इस अस्पताल में टीम महीने पहले रामदेव भील नामक व्यक्ति की मौत ईलाज के दौरान हो गई थी। वह व्यक्ति एक सड़क दुर्घटना में बहुत ज्यादा घायल हो चुका था। उसको जल्दी ही मेहराव भीम सिंह अस्पताल में दाखिल कराया गया था और वहां उसकी ईलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस प्रकार से रामदेव भील की मौत इस अस्पताल में तीन महीने पहले हो गई थी। इस घटना के बाद में रामदेव की पत्नी को गहरा सदमा लगा और वह बीमार रहने लगी। गांव के पंडित ने उपाय के तौर पर बताया की अस्पताल में जिस स्थान पर रामदेव की मौत हुई थी। यदि वहां पूजा की जाए तो उसकी बीमार पत्नी सही हो सकती है। अब इस कारण ही लोग रामदेव के नाम की पूजा करने के लिए हॉस्पिटल के उस स्थान पर आये थे। जहां उसकी मौत हुई थी। करीब 10 मिनट पूजा करने के बाद ये लोग चले गए थे पर सवाल अब भी वहीं हैं की आज के विकासवादी समय में अंधविश्वास आखिर बढ़ता क्यों जा रहा है।