पड़ोसी देश नेपाल में वैसे बहुत सी प्रथाओं और त्योहारों को हमारे ही देश के मुताबिक ही मनाया जाता है। इसका कारण दोनों देशों का पास में होना और दोनों के वातावरण में समानता होना है। लेकिन नेपाल में बहुत ही ऐसी प्रथाए हैं, जिनको जानकार आप आश्चर्य में पड़ जाएंगे। ऐसी ही एक “कुकुर पूजा” नाम की प्रथा के बारे में हम आपको यहां जानकारी दे रहे हैं।
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दरअसल नेपाल में दीपावली के मौके पर पिछले काफी समय से कुत्तों की पूजा की जाती है। दीप पर्व के मौक़े पर मनाए जाने वाले इस त्यौहार को ‘कुकुर तिहार’ या कुकुर पूजा कहा जाता है। नेपाल में यह पर्व इस दीपावली को भी काफी हर्ष और उत्साह के साथ मनाया गया।
काठमांडू में सेंट्रल पुलिस डॉग ट्रेनिंग स्कूल में कुकुर पूजा का आयोजन हुआ जिसमें प्रशिक्षित कुत्तों ने कई करतब भी दिखाए।
नेपाल में दीपपर्व का त्यौहार पांच दिनों तक चलता है, जिसमें से एक दिन “कुकुर त्यौहार” के लिए समर्पित है।
इस पूजा के मौक़े पर कुत्तों के सिर पर लाल रोली लगाई जाती है और फूलों का टीका और गले में फूलों की माला पहनाई जाती है। नेपाल में हिन्दू मान्यताओं के अनुसार कुत्तों को यमराज का दूत माना जाता है। इसीलिए इस ख़ास मौके पर लोग इनकी पूजा-अर्चना करते हैं।