हिन्दू मुस्लिम समुदाय एकता और भाईचारे की भी मिसाल कायम करते हैं। दोनों संप्रदायों के लोग दंगो से बचना ही चाहते हैं, लेकिन कुछ सियासी लोगों द्वारा वोट बैंक बनाने के लिए छोटे मामलों को भी बड़ा बना दिया जाता है। भारत में लगातार संप्रदायिक दंगों की खबरों के बीच मध्यप्रदेश में दावल बैदी गांव के लोगों ने आपसी भाईचारे की मिसाल बनाई है। इस गांव के दोनों समुदायों के लोग एक हिन्दू बुजुर्ग के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। दोनों ने मिलकर इस बेसहारा बुजुर्ग का अंतिम संस्कार किया।
जानकारी के मुताबिक दावल बैदी गांव में पिछले कई वर्षों से एक 75 वर्षीय वृद्ध सीताराम रहते थे। तीन साल पहले उनकी बहन का निधन हो गया। जिसके बाद वह अकेले रह गए। गांव के कुछ परिवार उन्हें खाना और दवाइयां दिया करते थे। साथ ही गांव के हिन्दू और मुस्लिम परिवारों ने उन्हें अकेला नहीं रहने दिया। सभी लोग उन्हें अपने घर के बुजुर्ग व्यक्ति के समान आदर दिया करते थे। उनकी मृत्यु पर गांव के मुस्लिम और हिन्दू परिवार के लोगों ने आपस में मिलकर सीताराम का अंतिम संस्कार किया और मानवीय मूल्यों, प्रेम के आगे सभी साम्प्रदिक दीवारों को ध्वस्त कर दिया।