सामान्य तौर पर तो दुल्हन के घर पर दूल्हा ही बैंड-बाजे और बारात को लेकर जाता है और उसके बाद में दुल्हन पक्ष के दरवाजे पर उसका तिलक आदि किया जाता है, जिसको आमतौर पर “द्वार लगना” कहा जाता है और इसके बाद में ही दूल्हा दुल्हन पक्ष के घर में प्रवेश करता है, पर हालही में हुई एक घटना ने इस सारे क्रम को उलट कर रख दिया है, क्योंकि इस बार “दुल्हन” ही दूल्हे के घर पर बारात लेकर पहुंची थी, आइये जानते हैं इस मामले को।
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यह घटना बिहार प्रदेश के चंपारण जिले के बैरिया थाना क्षेत्र की है असल में हुआ यह था कि विवाह के कुछ समय पूर्व ही लड़के के पक्ष की ओर से लड़की को पसंद कर लिया गया था तथा रिश्ता भी पक्का कर लिया गया था, पर सभी तैयारियां हो जाने के बाद लड़के वालों की ओर से शादी के लिए इंकार कर दिया गया जिसके बाद में लड़की पक्ष की ओर से “दुल्हन” ही बारात को लेकर लड़के के घर पर पहुंच गई। जिसके बाद में लड़के के घर वाले घबरा कर अपने घर से भाग निकले। इसके बाद में दुल्हन ही लड़के के घर पर सभी लोगों के साथ में धरने पर बैठ गई।
इस बारे में लड़के के गांव के स्थानीय लोगों ने कहा कि “दोनों ही परिवारों की मर्जी से कुछ समय पहले रिश्ता तय हुआ था और ये दोनों परिवार एक दूसरे के रिश्तेदार भी हैं पर विवाह से ठीक एक ही दिन पहले वर पक्ष की ओर से इंकार कर दिया गया, जिसके बाद में लड़की गीता अपने साथ में ग्रामीणों को लेकर वर पक्ष के गांव आ गई, पर लड़के के सभी घर वाले अपने घर से फरार हो गए। जिसके चलते अब दुल्हन गीता वर पक्ष के दरवाजे पर ही बैठी धरना दे रही है।”