कुछ समय पहले आकाश से मछलियों के बरसने की खबरें सामने आई थीं, पर अब चमगादड़ों की बारिश की खबर ने सभी को हैरान कर रखा है। आपको बता दें कि आज से करीब 2 वर्ष पहले भारत सहित जापान तथा अमेरिका में हुई मछलियों की बारिश चर्चा का केंद्र बनी थी। इसके कुछ दिन बाद ऐसी ही एक घटना थाईलैंड में भी हुई थी। सन 2015 में भारत के विजयबाड़ा के गांव गोलमुंडी गांव में भी मछलियों तथा मेंढकों की बारिश हुई थी। इस वर्षा ने सभी को हैरत में डाल दिया था। बाद में इसका कारण बताते हुए वैज्ञानिकों ने कहा था कि ऐसा उस समय होता है जब कोई बवंडर किसी समुद्र या बड़ी नदी के ऊपर से गुजरता है।
उस समय यह भयानक तूफान का रूप ले लेता है तथा जल के पानी के साथ उसके जीवों को भी अपने साथ उड़ा ले जाता है। जब तक इसकी गति तीव्र रहती है तब तक ये जीव इस बवंडर में ही रहते हैं पर गति कम होने पर ये जीव उस स्थान पर गिरने लगते हैं जहां उस समय यह बवंडर होता है। ऐसा ही एक वाक्या दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया में देखने को मिला है। खास बात यह है कि इस बार इस अनोखी आकाशीय बारिश के जीव मछली या मेंढक नहीं बल्कि चमगादड़ आकाश हैं और ये सभी मृत अवस्था में थे।
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तापमान के कारण हुआ यह सब
वर्तमान में भले ही भारत सहित यूरोप सर्दी के इस मौसम में ठिठुर रहा हो, पर ऑस्ट्रेलिया का हाल अलग ही है। आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में इस समय बहुत ज्यादा गर्मी पड़ रही है। हालही में वहां का तापमान 45 डिग्री तक पहुंच गया था। ऑस्ट्रेलिया के वन्य अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि बीते कुछ समय में ऑस्ट्रेलिया का तापमान इतना ज्यादा बढ़ गया था कि आकाश में उड़ने वाले चमगादड़ भी जमीन पर गिरने लगे। गर्मी के कारण बहुत से चमगादड़ों की मौत हो गई। आकाश से जब चमगादड़ गिर रहें थे तो ऐसा लग रहा था कि जैसे आकाश से चमगादड़ों की वर्षा हो रही हो। इस प्रकार से ऑस्ट्रेलिया में आकाश से चमगादड़ों की बारिश हुई थी।