चौथे दिल्ली इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन 5 से 10 दिसम्बर के बीच होने वाला है, लेकिन शुरूआत से पहले ही यह आयोजन चर्चा का विषय बन गया है। अभी तक आमिर खान का असहिष्णुता पर दिया गया बयान ही तूल पकड़े हुए था, लेकिन अब इस कड़ी में एक नया ट्विस्ट आ गया है।
पिछले कुछ समय से देश में असहिष्णुता पर सम्मान वापसी का दौर चल रहा है। आमिर खान सहित कई बड़ी हस्तियों ने भी लेखकों और कलाकारों के इस फैसले का समर्थन किया था, लेकिन अब इस मुद्दे पर बहस को और गर्माने के लिए पाकिस्तानी निर्देशक खालिद हसन ने भी अपना सम्मान दिल्ली इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के आयोजकों को लौटा दिया है।
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गौरतलब है कि पिछले साल तीसरे दिल्ली फिल्म फेस्टिवल के दौरान उन्हें अपनी फिल्म ‘होटल’ के लिए यह सम्मान दिया गया था। खालिद के इस कदम से दिल्ली
इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के अध्यक्ष राम किशोर पार्चा ने अपनी नाराज़गी दिखाते हुए एक कड़ा कदम उठाया है। उन्होंने इस आयोजन में पाकिस्तानी फिल्में दिखाए जाने पर ही रोक लगा दी है। साथ ही उन्होंने खालिद के लिए कहा कि हमारे देश में जो भी परिस्थिति हो हम उसका हल निकाल लेंगे। इस मामले पर प्रतिक्रिया देने वाले आप होते कौन हो? उन्हें उनके काम के लिए सम्मानित किया गया था, लेकिन खालिद ने सम्मान वापस लौटा कर हमारा अपमान किया है। इसका मतलब आपको सम्मानित करने का फैसला हमारी गलती थी।
किसी भी क्षेत्र में सम्मानित होना एक बड़ी बात है। अगर आपको यह मौका मिला है तो इसका सम्मान करना आपकी जिम्मेदारी है, लेकिन यह भी सही है कि हर व्यक्ति अपना अलग नजरिया रखता है। जो बात एक के लिए गलत है वह दूसरे को सही लग सकती है।