अपने देश में कुछ ऐसे मंदिर हैं जो अपनी कुछ विशेषताओं के कारण काफी प्रसिद्ध हैं। आज आपको हम एक ऐसे ही मंदिर के बारे में जानकारी दे रहें हैं जो अपने भोग लगाने की विशेषता के कारण प्रसिद्ध है। सामान्यतः हम जब किसी भी धार्मिक स्थल या मंदिर में जाते हैं तो हम लोग मंदिर के देवी या देवता को ही सबसे पहले भोग लगाते हैं, पर यह एक ऐसा मंदिर है जहां सबसे पहले पशु पक्षियों को भोग लगाया जाता है। आइये आपको विस्तार से बताते हैं इस मंदिर के बारे में।
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सबसे पहले हम आपको बता दें कि देवी पाटन मंदिर देश भर के 51 शक्तिपीठों में से एक है। यह मंदिर उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के अंतर्गत तुलसीपुर क्षेत्र में स्थित है। मान्यता है कि ईश्वरीय शक्ति न सिर्फ मनुष्य में बल्कि सृष्टि के सभी प्राणियों में मौजूद है। यही कारण है कि इस मंदिर में सबसे पहले पशु पक्षियों को प्रसाद खिलाया जाता है उसके बाद ही भक्तों को प्रसाद बांटा जाता है।
इस बारे में मंदिर के मुख्य महंत मिथिलेश नाथ योगी बताते हैं कि “मंदिर की देवी को प्रसाद चढाने के बाद मंदिर के आसपास के पशु पक्षियों में उस प्रसाद को बांटा जाता है। इसके बाद ही वह प्रसाद अन्य भक्तों को दिया जाता है। जब मंदिर का घंटा बजता है तो आसपास के क्षेत्र के सभी पक्षी बड़ी संख्या में मंदिर परिसर में भोजन के लिए इकठ्ठा हो जाते हैं। देवी मां को चढ़ाये गए प्रसाद को भी ये सभी पक्षी बहुत आंनद के साथ मिल बांट कर खाते हैं।”
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महंत मिथिलेश नाथ योगी आगे बताते हैं कि “इस प्रकृति में मानव सहित पशु पक्षियों का भी अहम योगदान रहा है। इस मंदिर के मुख्य संरक्षक यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ हैं। उनका पशु पक्षियों के प्रति प्रेम तो सभी को पता है।” इस मंदिर में गौ शाला तथा अनेक पक्षियों के घर के रूप में घरोंदे बने हुए हैं। यहां पर नाथ सम्प्रदाय से जुड़े देश विदेश के भक्त आते हैं और इन पशु पक्षियों की सेवा कर पुण्य अर्जित करते हैं।