प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डिग्री विवाद दो पार्टियों के बीच का अच्छा खासा मुद्दा बन बैठा है। हर दिन कोई न कोई नया मुद्दा इससे जुड़ा हुआ सामने आ जात है, कभी मोदी की डिग्री का सही ना होना, तो कभी उनके नाम के परिवर्तन के होने से डिग्री का बदलना।
जहां एक तरफ आप पार्टी मोदी की डिग्री को गलत साबित करने पर तुली हुई है तो वहीं दूसरी ओर डीयू के रजिस्ट्रार तरुण दास पीएम मोदी की डिग्री को सही साबित कर रहे हैं। उनके अनुसार मोदी ने 1978 में परीक्षा पास की और 1979 में उन्हें डिग्री प्रदान कर दी गई।’ अब सच्चाई किसकी कितनी सही है ये जानने के लिये आप अखबार फेसबुक या फिर सोशल मिडिया में रोज नये नये चुटकी भरी टिप्पणी को देख सकते है। जिसमें अब कंपनी अमूल भी पीछे नही है।
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देश-विदेश के समसामयिक मुद्दों पर सटीक और चुटीली टिप्पणी करने वाली दुग्ध उत्पादों से संबंधित कंपनी अमूल ने भी इस मुद्दे को हाथों हाथ लेते हुये कुछ इस तरह की टिप्पणी भरे व्यंग से अपनी बातों को बता डाला। कलात्मक और रचनात्मक प्रयोग के लिए मशहूर होने वाली इस कंपनी ने मोदी की डिग्री के विवाद पर विज्ञापन बनाया है।
जिसमें एक अमूल गर्ल को एक डिग्री होल्डर के साथ दिखाया गया है और हैडलाइन है, ‘कितनी डिग्री से गर्मी बढ़ी है।’ बड़ी चतुराई और सूझबूझ के साथ अमूल कंपनी ने बढ़ती गर्मी के कारण तापमान में हो रहे इजाफे को डिग्री विवाद से जोड़ा दिया है। विज्ञापन में नीचे की ओर दिखा है, ‘सबका ब्रेडुकेशन।’ इस विज्ञापन को सभी लोगों ने काफी सराहा और चुटकी भी ली है। आपको बता दें। कि यह कंपनी ने इससे पहले भी बहुचर्चित चॉपर घोटाला, उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग और देश में सूखे की मार के उपर भी विज्ञापन दे चुकी है।