सीने पर बुलेटप्रूफ जैकेट, एक हाथ में एसाल्ट राइफल तो दूसरे हाथ में कुल्हाड़ी और निशाने पर आईएसआईएस। जिससे आज पूरा आईएसआईएस संगठन डरा हुआ है। आज वो इराक में आईएसआईएस के लिए दहशत का दूसरा नाम बन चुका है। यहां हम बात कर रहे हैं इरान के अबू अजरेल की।
Video Source: https://www.youtube.com
अबू अजरेल का बस एक ही नारा है ‘इल्लाह ताहीन’ जहां आतंकियों को खत्म करने के बाद धूल के अलावा कुछ नहीं बचेगा। उसने कसम खाई है कि जब तक वो इराक से आईएसआईएस के आतंकवादियों को खदेड़कर बाहर नहीं करेगा तब तक वो आईएसआईएस के खिलाफ लड़ता रहेगा। 40 साल का अबू अजरेल इराक की एक यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के रूप में काम करता था। इसके अलावा अबू अजरेल अपने देश इरान में ताइक्वांडो का चैंपियन भी रह चुका है। इराक में हो रहे आईएसआईएस के शिया मुसलमानों के कत्ल-ए-आम को देखने के बाद वह अपनी नौकरी छोड़ इमाम अली ब्रिगेड में शामिल हो गया। इमाम अली ब्रिगेड शिया मिलिशिया ग्रुप है जो इराक में आईएसआईएस के खिलाफ लड़ रहा है। अबू अजरेल इस ग्रुप का कमांडर बन गया। उसके पास अब अपनी एक ताकत है। जिसके बल पर वह अकेले ही अब तक के 500 आतंकियों का खात्मा कर चुका है।
अबू अजरेल अपने चाहने वालों का फरिश्ता बन चुका है और आंतकवादियों के लिए मौत का सौदागर। इराक के अलग-अलग शहरों में आईएसआईएस के खिलाफ लड़ता हुआ वह आगे बढ़ता जा रहा है। उसने अपना एक ही ध्येय बना लिया है कि किसी भी तरह से आईएसआईएस संगठन को खत्म करके अमन और शांति लाई जा सके।