अक्सर आपने लोगों को सरकारी कार्यों के बारे में यही कहते सुना होगा कि सरकारी काम होने में बहुत समय लगता है, लेकिन अगर हम आपसे कहें कि एक नवजात को पैदा होने के 1 घंटे के अन्दर ही आधार नंबर मिल गया तो शायद आप यकीन नहीं करेंगे, लेकिन यह सच है। मध्य प्रदेश के झाबुआ इलाके के एक अस्पताल में पैदा हुई एक नवजात बच्ची को मात्र 22 मिनट में ही उसका आधार नंबर मिल गया।
जहां लोगों को आधार नंबर लेने के लिए कई तरह की परेशानियों का समाना करना पड़ता है तथा उसके बाद भी कई बार तो आधार नंबर मिलता भी नहीं है, लेकिन राखी नाम की इस नवजात बच्ची को पैदा हुए 1 घंटा भी नहीं हुआ था कि उसे उसका आधार नंबर मिल गया। इतना ही नहीं अब एक हफ्ते के अन्दर उसके परिवार को उसका आधार कार्ड भी मिल जाएगा। इस खबर के बारे में जब केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को पता चला तो उन्होंने ट्वीट कर अपनी खुशी को सबसे साथ बांटा।
Image Source :http://i.ndtvimg.com/
आपको बता दें कि यह सब यूआईडीएआई के नियमों में ढील के कारण ही संभव हो सका है। पिछले ही साल यूआईडीएआई ने अपने कुछ नियमों में ढील करी है। इसके बाद से ही अब पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों को भी आधार कार्ड के लिए पंजीकृत किया जा सकता है। इससे पहले इस तरह का कोई नियम नहीं था क्योंकि सरकार का मानना था कि 5 साल से कम आयु के बच्चों के बायोमेट्रिक डेटा में बदलाव होता रहता है अर्थात उनकी उंगलियों के निशान समय के साथ बदल जाते हैं।
आपको बता दें कि यह बदलाव पीएम मोदी द्वारा दिए गए निर्देशों के कारण किए गए हैं। अब नए नियमों के अनुसार जिन बच्चों का अभी नाम भी नहीं रखा गया है उनका भी आधार कार्ड के लिए पंजीकरण हो सकता है, लेकिन उनका बायोमेट्रिक डिटेल उनके 6 वर्ष के होने के बाद ही लिया जाएगा। इतना ही नहीं इन बच्चों के आधार कार्ड को उनके माता पिता के आधार कार्ड के साथ जोड़ा जाएगा।