अक्सर देखा जाता है बच्चे के गर्भ में रहने के समय पर पूरा आहार ना मिल पाने के कारण बच्चा अविकसित ही पैदा होता है या फिर हार्मोन्स की अधिकता के कारण उसके शरीर में कई तरह के आश्चर्यचकित परिवर्तन देखने को मिलते हैं। जिसमें कभी-कभार उसके शरीर में एक से ज्यादा अंग भी विकसित हो जाते है। जिससे लोग बच्चे को भगवान का उपहार मान उसकी पूजा करने में लग जाते है। इसी तरह की एक मामला नेपाल में देखने को मिला, जहां पर दो साल के गौरव नाम के छोटे से बच्चे की पीठ पर तीसरा हाथ निकल आया है। जिसके चलते उस बच्चे को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गौरव को लेटने में खाफी मुश्किल आ रही है। इस बीमारी को स्पाइना बिफिडा के नाम से जाना जाता है। जिसकी सर्जरी करके हटाने से उसे पैरालाइज्ड का भी खतरा हो सकता है।
जन्म के समय से इस बीमारी से परेशान बच्चे की मां हर कोई इलाज करावा रही है। वह झाड़-फूंक करने वालों से लेकर डॉक्टर्स के चक्कर काट रही है। जहां एक ओर ओझा इसे भगवान का चमत्कार बताकर उसकी पूजा करा रहें हैं तो दूसरी ओर डॉक्टर्स जल्द से जल्द आपरेशन करने पर जोर दे रहें हैं। डॉक्टर्स के अनुसार यदि पीठ पर से हाथ को जल्द नहीं हटाया गया तो स्पाइनल कॉड के खतरे बढ़ सकते हैं। इससे बच्चे को पैरालाइज्ड होने का खतरा भी बढ़ जाएगा। गौरव के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक ना हो पाने के कारण तय करना मुश्किल हो रहा है कि वो बच्चे की सर्जरी कराएं या नहीं।
स्पाइना बिफिडा नामक ये बीमारी 1500 बच्चों में से किसी एक के शरीर में ही देखने को मिलती है। जिसमें अलग से एक अंग का निकलना रेयर ही होता है। ये उस समय होता है जब बच्चा गर्भधारण करता है। गर्भधारण के शरुआती महीनों में जब भ्रूण तैयार होने लगता है, तो उस प्रक्रिया के दौरान आने वाली दिक्कतों से ये समस्या उत्पन्न होने लगती है। फिर समय बढ़ने के साथ-साथ जैसे-जैसे शरीर का विकास होता है, इसका स्वरूप और भी ज्यादा बिगड़ने लगता है, ये स्पाइनल कॉड को डैमेज कर देती है जिससे इंसान लकवाग्रस्त हो जाता है।