बच्चे तो भगवान की मूरत होते है उन्हें जिस तरह के साचें में ढालों वो उसी तरह से ढल कर तैयार होते है। अच्छे संस्कार देने के लिए हम अपने बच्चों को स्कूल भेजते है जहां पर जाकर बच्चे अच्छे गुण के साथ विद्या को ग्रहण करते है। शिक्षा देने वाला शिक्षक ही भक्षक निकल जाए तो वो बच्चों को क्या गुण दे पाएगा। ब्रिटिश मूल के इस शिक्षक ने ऐसा शर्मसार करने वाला काम किया है जिसके लिए इसे फांसी की सजा भी दी जाए तो कम है। आज यह शिक्षक जेल की सलाखों के पीछे उम्र कैद की सजा भोग रहा है।
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ब्रिटिश के निवासी रिचर्ड हैकल को 200 से ज्यादा बच्चों के यौनशोषण करने के मामले में उम्रकैद की सजा दी गई है। मलेशिया के एक प्राइमरी स्कूल का शिक्षक बच्चों को इंग्लिश पढ़ाने का काम करता था और बच्चों को पढ़ाने के बाद अपने जाल में फंसाकर, इस इंसान ने 200 से ज्यादा बच्चों का यौनशोषण किया।
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पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद हैकेल रोते रोते अपने किए कुकर्मों की ईश्वर से माफी मांग रहा था। अदालत में पेश किए जाने के बाद इस भक्षक ने सुनवाई के दौरान जो तथ्य उजागर किए वो हैरान करने वाले थे। जिससे वहां पर मौजूद लोगों के साथ खुद जज भी हैरान रहे गए।
आरोपी ने अदालत को बताया कि वह मलेशिया की राजधानी में क्वालालम्पुर में गरीब इलाकों के बच्चों को अंग्रेजी पढ़ाने का काम करता था। इसी दौरान वह बच्चों को अपना शिकार बनाता था।
आरोपी हैकल ने अदालत को बताया कि उसने लगभग 6 से 12 साल के बच्चों को ही अपना शिकार बनाया था। वह लोगों को भरोसे में लेकर जल्द ही अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता रखता था। जिसका फायदा उठाकर वो उन्हे बड़ी ही असानी के साथ धोखा देता था।
इतना ही नहीं शारीरिक कमी के चलते वह हीन भावना का शिकार था जिससे महिलाओं का सामना करने की क्षमता इसमें नही थी। उन्हें देखते ही उसका आत्मविश्वास टूट जाता था, इसलिए वह अपने अंदर की कसर को पूरा करने के लिए बच्चों को ही अपना शिकार बनाता था।
इसके अलावा इसने 3 साल की बच्ची का यौन शोषण किया था। इसने पैसा कमाने के लिये ‘पीडोफाइल्स एंड पॉवर्टी: चाइल्ड लवर गाइड’ नाम से एक वेब साइड तैयार की थी। जिसमें वह बच्चों के यौन शोषण के वीडियो को रोज पोस्ट करता था। हैकल के पकड़े जाने के बाद हुई जांच पड़ताल से उसके कम्प्यूटर से यौन शोषण की करीब 20 हजार पिक्स और वीडियो मिले हैं।