“हम भी दरिया हैं, हमें अपना हुनर मालूम है, जिस तरफ भी चल पड़ेंगे, रास्ता हो जाएगा।” आपने शायर बशीर बद्र जी की कविता का ये लाइनें अगर सुनी हैं तो आप इन लाइनों के अर्थ से बखूबी वाकिफ होंगे। आज हम आपके सामने एक ऐसे ही शरीर से अक्षम लोगों के लिए मिसाल बने निज वुजिसिक की कहानी लेकर आए हैं। जो जन्म से ही एक बहुत ही दुर्लभ बीमारी से पीड़ित हैं। जिसके चलते उनके दोनों हाथ और पैर नहीं है लेकिन उन्होंने कभी इसे अपनी कमजोरी नहीं माना और अपनी लग्न और जज्बे की बदौलत आज वह आम इंसान की तरह सब काम करने में एकदम माहिर हैं।
33 साल के निक वुजिसिक का कहना है कि – “अगर आपके अंदर जज़्बा हो तो आप कुछ भी कर सकते है।” अपने इसी जज्बे को निक ने अपनी ताकत बनाया और इतनी कठिनाइयों के बावजूद आज वह इस मुकाम पर है कि वह आम इंसान की तरह सब काम कर सकते हैं। जो एक आम इंसान अपने हाथ पैरों के साथ कर सकता है। वहीं आपको जानकर हैरानी होगी कि निक को चित्रकारी करना काफी पसंद है। वहीं वह चित्रकारी के साथ स्काई डाइविंग भी कर चुके हैं।
निक वुजिसिक की एक बहुत प्यारी पत्नी भी है। साथ ही वह एक बच्चे के पिता भी है। वह अपने परिवार का पूरी तरह अच्छे से ख्याल भी रखते हैं। वहीं आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन दुनियाभर के लोग उन्हें अपने प्रेरणास्त्रोत के रूप में देखते हैं। साथ ही वह काफी प्रतिष्ठित और पसंद किए जाने वाले वक्ताओं में से एक हैं। आप भी मानते होंगे कि भावात्मक और शारीरिक तौर पर अपने आपको संयमित रखना आसान नहीं होता है लेकिन निक वुजिसिक ने ऐसा कर दिखाया। निक के ऐसे जज्बे को हमारा भी सलाम…