आपने भगवान बुद्ध की बहुत से प्रतिमाएं देखी होंगी, पर क्या अपने उनकी दुनिया की सबसे बड़ी वह प्रतिमा देखी है, जो 90 वर्ष में बनकर तैयार हुई थी। यदि नहीं, तो आज हम आपको इस प्रतिमा के बारे में ही जानकारी दे रहें हैं। वैसे तो अपने देश में भी भगवान बुद्ध की काफी विशाल प्रतिमाएं हैं, पर आज हम आपको जिस प्रतिमा के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं वह चीन में निर्मित हुई है।
इस प्रतिमा की एक सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह भगवान बुद्ध की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है और इसकी दूसरी खासियत यह है कि इस प्रतिमा के दर्शन से लोगों की किस्मत चमक जाती है। आइए आपको विस्तार से बताते हैं इस प्रतिमा के बारे में।
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आपको सबसे पहले हम बता दें कि भगवान बुद्ध की यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा चीन के लिंगयुआन पर्वत पर है। माना जाता है कि इस प्रतिमा का निर्माण ‘तंग’ वंश के दौरान 713 ई.सी में प्रारंभ हुआ था। यह प्रतिमा “लेशान बुद्ध” के नाम से प्रसिद्ध है। इसकी ऊंचाई 230 फीट है।
आपको हम बता दें कि इस प्रतिमा को यूनेस्को ने दुनिया की सबसे ऊंची पत्थर की नक्काशीदार प्रतिमा घोषित किया है। प्रत्येक साल के प्रारंभ में बहुत से लोग इस प्रतिमा के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।
साल के शुरूआती दिनों में इस स्थान पर बहुत ज्यादा भीड़ होती है। असल में लोगों की मान्यता है कि यदि नव वर्ष पर इस प्रतिमा के दर्शन किए जाते हैं तो पूरा साल अच्छा जाता है।
इसके अलावा एक मान्यता यह भी है कि इस प्रतिमा के दर्शन करने वाले व्यक्ति की किस्मत भी अच्छे से चमक उठती है, यही कारण है कि नए साल के प्रारंभ में बड़ी संख्या में लोग इस स्थान पर भगवान बुद्ध के दर्शन करने के लिए आते हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस प्रतिमा का निर्माण करने में लोगों को 90 वर्ष का समय लगा था। इस प्रतिमा के पैर के अंगुठें का आकार एक सामान्य डाइनिंग टेवल के जितना है।
