बाहुबली, जो बलवान होने के साथ-साथ शक्तिमान और ताकतवर होता है। जिसकी भुजाओं में हर चीज को करने की ताकत हो। जिसका मुकाबला करने में अच्छे से अच्छे धुरंधर भी फेल हो जाएं, ऐसे होते हैं बाहुबली। हमारे देश में भी वैसे तो कई लोग महाबली हुए जैसे कि खली, दारा सिंह, शेरा आदि, लेकिन आज हम बात इन सब में से किसी की नहीं बल्कि एक नौ साल की बच्ची की कर रहे हैं। जिसे दुनिया में आज के वक्त में बाहुबली गर्ल के नाम से नई पहचान मिल रही है।
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दरअसल मिल्ला बिज्जोटो नामक ये लड़की महज 9 साल की है। वह साउथ फ्लोरिडा में रहती है और अपनी शारीरिक फिटनेस और जांबाजी के चलते वह दुनिया भर में छाई हुई है। आपको जानकर हैरानी होगी कि वह 4 फुट लंबी है और इसका वजन 52 पाउंड का है जो अच्छे-अच्छे धुरंधरों पर भारी पड़ती दिखती है। जिसके चलते उसे हाल ही में नेवी सील्स के एक आउट डोर फिटनेस के कार्यक्रम में 24 घंटे की बैटलफ्रॉग एक्सट्रीम दौड़ को पूरा करने वाली विश्व की सबसे कम उम्र की लड़की का खिताब दिया गया है।
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बैटलफ्रॉग एक्सट्रीम दौड़ के बारे में अगर आपको ना पता हो तो जान लें कि ये काफी मुश्किल और खतरों से भरी रेस होती है। जिसमे प्रतियोगी को कई हॉर्ड से हॉर्ड टास्क को पार करके अपने टारगेट तक पहुंचना होता है। ये तो खैर बैटलफ्रॉग एक्सट्रीम रेस की बात थी, लेकिन इससे पहले वह स्पार्टन रेस भी पार कर चुकी है। जिसके चलते अब उसे बाहुबली गर्ल बोला जा सकता है, क्योंकि 9 साल की बच्ची में इतना जज्बा होना कोई मामूली बात नहीं। जिसके आगे बड़े-बड़े धुरंधर परास्त हो जाएं।
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इस उम्र में जहां बच्चों को खेल खिलौनों का बहुत ज्यादा शौक होता है वहीं 9 साल की मिल्ला बिज्जोटो को खेल खिलौनों का बिल्कुल भी शौक नहीं है। ना ही वह और बच्चों जैसे वीडियो गेम्स खेलना पसंद करती है। उन्होंने अपने पिता और कोच क्रिश्चियन बिज्जोटो से 7 साल की उम्र में ही ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी थी। वह रोजाना नियम से 3 घंटे अपने शारीरिक स्ट्रेंथ और स्टेमिना पर बहुत मेहनत करती है। इसी बीच 8 फुट की दीवार को फांदते वक्त उसकी एड़ी मुड़ गई थी, लेकिन ये चोट उसको ज्यादा दिन रोक नहीं पाई और उसने कुछ ही दिनों में फिर अपना मोर्चा सही से संभाल लिया।