भारतीय चुड़ैले भी अब पहन सकेंगी रंगीन स्कर्ट-टॉप, भारतीय चुड़ैल अधिकार मोर्चा ने जीता केस

-

 

भारतीय चुड़ैल अधिकार मोर्चा संघ ने वह केस जीत लिया है जिसमें वह भारतीय चुड़ैलों के ड्रेसकोड को बदलने के पक्ष का समर्थन करते थे इसलिए अब हर भारतीय चुड़ैल सिर्फ सफेद साड़ी में नहीं, बल्कि रंगीन कपड़े भी पहन सकेंगी, आपने देखा ही होगा कि प्राचीन समय से ही भारतीय चुड़ैले सफेद साड़ी में ही रहती हैं। असल में इसके पीछे नर्क का एक अति प्राचीन कानून था जिसको “नर्क यूनिफॉर्म एक्ट” के नाम से जाना जाता था। इस कानून के हिसाब से भारतीय चुड़ैले सिर्फ सफेद साड़ी ही पहन सकती थी, इसलिए हमारे देश में बनने वाले डरावने सीरियलों में भी प्राचीन काल से सफेद साड़ी पहने हुए ही चुड़ैल को चित्रित किया जाता रहा है, पर जैसा की आप जानते हैं कि अब जमाना बहुत बदल गया है, प्रगतिशील हो गया है इसलिए नर्क में बने “भारतीय चुड़ैल अधिकार मोर्चा” नामक एक संघठन ने भारतीय चुड़ैलों के अधिकार संबंधी कानून में बदलाव के लिए आवाज उठाई और नर्क यूनिफॉर्म एक्ट को खत्म करने के लिए आंदोलन किया, पर नर्क अधिकारियों ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया। जिस पर मजबूरन भारतीय चुड़ैल अधिकार मोर्चा को अपना केस सुप्रीमकोर्ट में डालना पड़ा।

Image Source:

केस के दौरान भारतीय चुड़ैल अधिकार मोर्चा ने अपनी दलील में कहा कि “नर्क यूनिफार्म एक्ट” नर्क की चुड़ैलों के मुंह पर तमाचे के सामान है, क्योंकि आज जब समाज आगे बढ़ गया है, प्रगतिशील बन रहा है तब इस पुरानी वेषभूषा को आखिर क्यों पहना जाये। इसके अलावा अधिकार मोर्चा ने अपनी मजबूरी बताते हुए कहा कि यह सफेद साड़ी वाली ड्रेस बहुत ज्यादा पुरानी हो चुकी है, इसलिए अब लोग हमें दूर से देखते ही पहचान लेते हैं और हमारे जाल में नहीं फंस पाते हैं, इसलिए नर्क के इस प्राचीन यूनिफार्म एक्ट को हटाना अब अनिवार्य हो चुका है। अपनी कड़ी दलीलों और लंबे संघर्ष के बाद में भारतीय चुड़ैल अधिकार मोर्चा ने केस जीत लिया और नर्क की सभी भारतीय चुड़ैलों को सफेद साड़ी के अलावा सभी प्रकार के रंगों के कपड़ें पहनने की आजादी मिल गई, अपनी इस जीत और मिली आजादी पर सभी चुड़ैले खुशी जाहिर कर रहीं हैं। हैरानी की बात यह है कि इस खबर के कारण सिर्फ चुड़ैले ही नहीं बल्कि भूत भी बहुत ज्यादा खुश हैं, भूत लोगों का कहना है कि इस फैसले से अब नर्क की रौनक बढ़ जाएगी, अब तक तो वहीं पुरानी सफेद साड़ी देख देखकर दिमाग का दही हो गया था।

shrikant vishnoi
shrikant vishnoihttp://wahgazab.com
किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

Share this article

Recent posts

Popular categories

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent comments