गाय भैंसों की पहचान और सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए अब सरकार उन्हें पहचान पत्र देने जा रही है। जी हां, यदि आपको गाय या भैंसों के कानों में 12अंकों का नंबर देखने को मिले तो इससे आप चौंकिएगा नहीं, क्योकि यही उनकी असली पहचान होगी। केन्द्र सरकार ने अब गाय और भैंसों का भी आधार कार्ड बनवाने का निश्चय कर लिया है।
देश की 8.8 करोड़ गाय एवं भैंसों का पहचान पत्र(आधार कार्ड) बनाने की योजना तैयार की जा रही है। इस काम के लिए सरकार के द्वारा 1 लाख से ज्यादा कार्यकर्ताओं की मदद ली जाएगी। इनके पास सभी तकनाकी सामग्री दी जाएगी, जिससे वो गाय-भैंसों का आधार बनाने का काम करेंगे।
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सरकार यह काम जानवरों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए करेगी, जिससे उनका समय-समय पर टीकाकरण किया जा सके और नस्ल चक्र को बेहतर तरीके से मॉनिटर किया जा सके। सरकार की कोशिश है कि वो गाय-भैंस के सभी आंकडे तैयार कर साल 2022 तक दुग्ध उत्पादकता में ज्यादा से ज्यादा वृद्धि कर सके। इस काम को आगे बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार कई करोड़ रूपये खर्च कर रही है।