यूपी बोर्ड एग्जाम की कापियों में मिल रहें हैं लव लैटर, टीचर परेशान

0
457
यूपी बोर्ड एग्जाम

यूपी बोर्ड एग्जाम की कापियों में कहीं लव लैटर लिखे मिल रहें हैं तो कहीं पैसे रखे मिल रहें हैं। कॉपी चैक करने वाले टीचर भी अब इससे काफी परेशान आ गए है। आपको बता दें कि वर्तमान में यूपी बोर्ड एग्जाम के 12वें दर्जे की कापियों के चैक होने की प्रक्रिया चल रही है। इस दौराम मूल्यांकन करने वाले टीचर्स काफी परेशान हैं। बात यह है कि बहुत सी कापियों में छात्रों के ऐसे लैटर मिले हैं जिनमें वे जाँचकर्ता टीचर्स से पास करने की गुजारिश करते नजर आ रहे हैं। गुजारिश के तरीके भी अलग अलग है। किसी ने अपनी गरीबी का हवाला दिया हुआ है तो किसी ने अपनी प्रेम कहानी का। एक छात्र ने अपनी कॉपी में लिखा है “मैं पढ़ने के मामले में बहुत तेज था लेकिन इस वर्ष मुझे प्रेम हो गया सो पढ़ नहीं सका। सर मुहब्बत का तकाजा है कि मुझे पास कर दिया जाए।”

यूपी बोर्ड एग्जामImage source:

जो छात्र वर्ष भर पढ़े हैं, उनके लिए इस वर्ष का रिजल्ट एक नयी रौशनी लेकर आएगा, जो उनके भविष्य को रोशन करेगी, लेकिन कुछ छात्र ऐसे भी हैं जो चाहते हैं कि उनको बिना मेहनत के ही पास कर दिया जाए। अपनी लव स्टोरी को अपनी मजबूरी बताते हुए एक अन्य छात्र ने अपनी परीक्षा कॉपी में लिखा है ““आई लव माई पूजा…सर इस लव स्टोरी ने पढ़ाई से दूर कर दिया…वरना हाईस्कूल तक खूब पढ़ाई की…प्लीज़ पास कर दीजिए..यह लिखने के लिए सर वेरी-वेरी सॉरी. यह मोहब्बत भी क्या चीज है, न जीने देती है, न मरने…दुआ कीजिए की हम मिल, वरना उसके बिना मैं मर ही जाऊंगा।”

इसी प्रकार से एक छात्र ने अपने घर के हालात की मजबूरी बता कर लिखा है कि “सर मेरे पिता की मृत्यु बचपन में हो गई थी इसलिए सारी जिम्मेदारी मेरे सर पर आ गई थी इसलिए ही रेगुलर नहीं पढ़ सका। अतः मुझे पास जरूर कर देना।”

यूपी बोर्ड एग्जामImage source:

लखनऊ की परीक्षक मीना सहाय इस बारे में बताते हुए कहती हैं कि “वर्तमान स्थिति यह है कि हर 5 या 6 कॉपी चैक करने के बाद ऐसा ही कोई लैटर हमें लिखा हुआ मिल ही जाता है। जिसमें छात्र ने अपनी मजबूरी जाता कर पास करने की गुहार लगाई हुई होती है।” मीना सहाय आगे बताती हैं कि लड़कियां अपनी शादी की मजबूरी बता कर ऐसे लैटर लिखती हैं तो लड़के गरीबी और नौकरी की मज़बूरी बता कर।

परीक्षक राजीव कुमार बताते हैं कि कई बार कापियों में हम लोगों को पैसे भी रखें मिलते हैं। छात्र हम लोगों को लालच देना चाहते हैं, पर हम लोग लालच में नहीं आते हैं।” इस प्रकार से देखा जाएं तो यूपी बोर्ड एग्जाम का मूल्यांकन करना अब परीक्षकों के लिए काफी परेशानी खड़ी कर रहा है। अच्छा हो की छात्र अपने समय में सही से पढ़ाई करें ताकि उनको अंत में इस प्रकार के कार्य न करें पड़े।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here