मृत्यु के बाद जिंदा हो गया यह व्यक्ति, सभी को बताया मौत के बाद का सफर

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मौत के बाद जिंदा होने के वैसे तो कई मामले सामने आ चुके हैं, पर आज जिस व्यक्ति के बारे में हम आपको यहां बता रहें हैं। उसने मौत के बाद का सच लोगों के सामने रखा है। यही कारण है कि इस व्यक्ति के पास बहुत लोगों की भीड़ जुट चुकी है। यही नहीं सोशल मीडिया पर इस व्यक्ति द्वारा बताएं मृत्यु के बाद की बातों को काफी शेयर किया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश की है यह घटना  

उत्तर प्रदेश की है यह घटना  Image source:

आपको बता दें कि इस बुजुर्ग का नाम ज्ञान सिंह है। यह व्यक्ति उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के मक्खनपुर गांव का निवासी है। इस व्यक्ति की मृत्यु के बाद दोबारा जीवित हो उठने की घटना से बहुत लोग हैरान हैं। ज्ञान सिंह ने मौत के बाद की जो बातें लोगों को बताई हैं वे काफी आश्चर्यजनक हैं। इस संबंध में जब एक स्थानीय पंडित से बात की गई तो उन्होंने कहा कि “मौत के बाद आत्मा कहां जाती है और स्वर्ग कहां है व नर्क कहां है। ये ऐसे सवाल हैं जिनके उत्तर आजतक किसी को नहीं मिले। असल में मरने के बाद कोई इन बातों को बताने के लिए लौट कर नहीं आता, पर अपनी मृत्यु के बाद में फिर से जीवित हुए ज्ञान सिंह की बातें एक पहेली की तरह ही लग रही हैं।”

इस प्रकार अचानक हुई थी मृत्यु  

इस प्रकार अचानक हुई थी मृत्यु  Image source:

आपको बता दें कि थाना मक्खनपुर के नगला मुखराम के निवासी ज्ञान सिंह की अचानक तबियत खराब हो गई थी। ज्ञान सिंह बीमार तो रहते ही थे सो उनकी मृत्यु को लोगों ने सामान्य ही समझा और अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू होने लगी। लोगों ने कुछ समय बाद देखा तो ज्ञान सिंह के शरीर में कुछ परिवर्तन आने लगा। उनके शरीर पर कुछ नीले धब्बे दिखाई देने लगे थे। कुछ समय बाद में ज्ञान सिंह की सांसे लौट आई और वे सामान्य हो गए।

बताया यह मौत के बाद का सच

बताया यह मौत के बाद का सचImage source:

मौत के बाद जीवित हुए ज्ञान सिंह ने लोगों से कहा की “उसको 3 लोग जबरन पकड़ कर ले गए थे। वे लोग मुझे कई अनजान रास्तों तथा ऊंचे पहाड़ों से लेकर एक सुन्दर स्थान पर पहुचें। इस स्थान पर एक विशाल सोने का दरवाजा लगा था। सोने के दरवाजे पर कुछ पहरेदार भी थे। इन पहरेदारों ने मुझे पकड़ लाने वाले लोगों को अंदर नहीं ले जाने दिया तथा उनको फटकार भी लगाई। इसके बाद एक पहरेदार ने मुझ पर कोई गर्म चीज फेंकी और धक्का दे दिया। जिसके बाद मैं यहां फिर से वापिस आ गया।”  

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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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