पेट की आग बुझाने के लिए बेटे को मात्र 1000 रुपये में बेचने को विवश हुआ यह पिता

0
459

इस बात में कोई संदेह नहीं है कि जब बच्चा आंखें खोलता है तब से लेकर मरने तक वो अपने मां-बाप पर आंखें बंद कर के भरोसा करता है। सिर्फ मां-बाप ही होते हैं जो कितनी भी तंगी हो हम जो कह दें वो चीज हमारे हाथों में थमा देते हैं। हमारा पेट पालने के लिए वो अपना पेट काटते हैं। जब बात रिश्तों की हो रही है तो आप बाप और बेटे का रिश्ता तो आप जानते ही होंगे। इस रिश्ते में पिता हर कदम पर बेटे का साथ देते हैं और बड़े होते ही वो उसका बेटा बाद में दोस्त पहले होता है। ऐसे में आप जरा सोचिए कि अगर किसी पिता को अपने बच्चे को बेचना पड़ जाये तो वह कितना मजबूर होगा। कुछ ऐसी ही घटना झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में हुई है जहां एक आदिवासी ने सिर्फ 1000 रुपयों के खातिर अपने बेटे को बेच दिया।

jharkhand tribeman ravi prakash1Image Source:

आपको बता दें कि इस पिता का नाम भोटा सबर है, जिसके 6 बच्चे हैं। दरअसल बीवी की मौत के बाद वो कमाने वाला अकेला रह गया। पहले दोनों पति और पत्नी मिलकर कमाकर गुजारा करते थे। इसके साथ ही बीते दिनों भोटा के हाथ में गहरी चोट आ गई, जिसके चलते वो काम करने में असमर्थ हो गया है। ऐसी स्थितियों में उसे बच्चों और अपना पेट पालने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। फिलहाल भोटा ने थाने में बच्चे को वापस दिलाने का आवेदन किया है। जिसके चलते पुलिस बच्चे को बरामद करने के लिए मशक्कत में लगी हुई है।

jharkhand tribeman ravi prakashImage Source:

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here