बिटिया हो गई है सयानी तो जरूर समझाएं यह बातें

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आपकी छोटी सी प्यारी सी गुड़िया देखते ही देखते आपकी आंखों के सामने बड़ी होती है तो कितनी खुशी मिलती है। आपकी बेटी को कल को किसी और के घर जाकर बसना है, इस बात को सोचकर जितनी खुशी होती है, उतना ही डर भी लगने लगता है। इसी के साथ आपके दिमाग में कई सारे सवाल भी आते हैं। ऐसे में अपनी लाडली को जरूर समझाएं यह खास बातें और खुद भी ध्यान दें।

दोस्त की तरह साथ दें-

अपनी सयानी बेटी के साथ दोस्ताना बरकरार रखें। ऐसी दोस्ती रखें कि वह आपके बिना पूछे ही आपसे सारी बातें शेयर करने लग जाए। एक दोस्त की तरह उसकी मदद करें और अपनी लाइफ से जुड़ी घटनाओं का भी उदाहरण दें।

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दोस्तों पर ध्यान रखें-

बेटी के दोस्तों का चाल चलन देखें। कहीं वह क्लास बंक करके कहीं घूमने तो नहीं जाती। अक्सर संगति का असर आप पर पड़ता है, जिस वजह से आप भी अपने दोस्तों के नक्शे कदम पर चलने लग जाते हैं। ऐसे में इस पर ध्यान दें और बेटी को भी समझाएं।

पुरुष मित्रों से रखें सम्पर्क-

अपनी बेटी को समझाएं कि पुरुष दोस्त बनाने में किसी तरह की परेशानी नहीं है, सारे लड़के एक जैसे नहीं होते। इसी के साथ आप भी उसके दोस्तों से अच्छा सम्पर्क बनाकर रखें।

बेटी को थोड़ा छूट भी दें-

ऐसा ना करें कि बेटी ने दोस्तों के साथ कहीं घूमने का मन बनाया हो और आप उसकी सुरक्षा के लिए वहां जाने भी ना दें। ऐसा ना करें, बेटी को उसकी लाइफ ढंग से जीने दें।

बेटी के आने-जाने का समय नोट करें-

बेटी के स्कूल से आने और जाने का समय नोट करें। कहीं ऐसा तो नहीं कि आपकी बेटी क्लास बंक कर कहीं घूमने जा रही है। ध्यान रहे हम नजर इसलिए रखने को नहीं कह रहे कि आपको आपकी बेटी पर भरोसा नहीं है, बल्कि ऐसा करके आप अपनी बेटी को किसी परेशानी से बचा सकती हैं।

आत्मरक्षा के गुण सिखाएं-

आज का समय देखकर आप अपनी बेटी को कुंग फू, मार्शल आट्स, जूडो कराटे आदि सिखा सकती हैं। उसे कोई छोटा उपकरण साथ रखने को भी कहें। इससे वह आपकी गैरमौजूदगी में अपनी रक्षा कर पाएगी।

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बचत करना सिखाएं-

यह बात सभी जानते हैं कि भारतीय महिलाएं पैसे को संजोकर रखती हैं। मुश्किलों में वह आर्थिक संबल बन परिवार को संभालती हैं, इसलिए बेटी को फिजूलखर्ची की आदतों को छोड़ने को कहें।

अपनी राय उस पर थोपें नहीं-

आपको अपनी राय कभी भी अपनी बेटी पर नहीं थोपना चाहिए। उसका पक्ष सुनें फिर कोई फैसला करें। राय थोपने से बच्चे अक्सर अपने मां बाप के विद्रोही बन जाते हैं।

घर के काम भी हैं जरूरी-

अपनी लाडली बेटी को घर के काम भी सिखाएं। भले ही कोई लड़की कितना ही तरक्की ना कर ले, यह हुनर हमेशा उसे आना चाहिए और यह जीवन भर काम भी आता है।

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Deepa
Deepahttp://wahgazab.com/
Born to 'READ' and 'WRITE' A journalism graduate from International Polytechnic for women. A young writer with the fond of writing over entertainment and socio-political issues in various verses.

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