चमत्कार…इस शिवलिंग में भरकर महादेव ने भक्तों के लिए भेजा अमृत प्रसाद!

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हमारे देश में लोगों की भगवान के प्रति गहरी आस्था है। वहीं हमारी इस आस्था और विश्वास को कई ऐसे चमत्कार है जो मजबूत बनाने का काम करते हैं। आज हम आपको महादेव से जुड़े एक ऐसे ही चमत्कार के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसको जानने के बाद आप हैरान हो जाएंगे। इंडोनेशिया, जो की एक मुस्लिम प्रधान देश हैं। वहां पर एक हिन्दू मंदिर से क्रिस्टल के शिवलिंग मिले हैँ। जिससे दुनियाभर के लोगों में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। लेकिन अब आप सोच रहे होंगे की आखिर इस शिवलिंग में ऐसा क्या है। तो जान लें कि इस बेहद खूबसूरत क्रिस्टल शिवलिंग में पानी भरा हुआ है। जो की इतनी सदियां बीत जाने के बाद भी नहीं सूखा है। वहीं हमें खुद भी नहीं पता की ये चमत्कार है या कुछ और, लेकिन बताने वाले लोग इसे अमृत बता रहे हैं।

वहीं अगर हम इतिहास की बात करें तो इस्लाम के बढ़ते प्रभाव के कारण बेशक इंडोनेशिया मुस्लिम प्रधान देश हो लेकिन 13वीं से 16वीं शताब्दी के बीच इंडोनेशिया में हिंदू धर्म का काफी लंबा इतिहास रहा है। जिसके उदाहरण वहां पर देखने को मिलते रहते हैं। जिसमें बहुत सारे मंदिर भी शामिल हैं। हां इतना जरूर है की इस्लाम के आने की वजह से मंदिरों का बनना कम हो गया हो। वहीं इस काल में कुछ मंदिर ध्वस्त और क्षतिग्रस्त भी कर दिये गए थे। ऐसे ही मंदिरों में एक मंदिर कैंडी सूख है। जो की मुख्य जावा आइलैंड के बीच स्थित है और जो इस्लाम के प्रभाव से पहले बना अंतिम मंदिर है। इसका भी काफी ज्यादा हिस्सा ध्वस्त है। इसमें आज भी महाभारत के काल से जुड़ी हुई कई कलाकृतियां मौजदू है। जिसमें शिव, अर्जुन और भीम की पूजा करते हुए गणेश भगवान की कई कलाकृतियां दिखाई गई है। जिसके कारण ये मंदिर काफी ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। बहरहाल इसकी ज्यादातर कलाकृतियों को इंडोनेशिया के ही राष्ट्रीय संग्रहालय में स्थानांतरण कर दिया गया है।

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इस मंदिर के मुखिया डेनी वाहजू हिदाजत का कहना है की- “ये मन को मोहने वाली बात है कि सैकड़ों सालों से पीतल के बर्तन में रखा हुआ पानी नहीं सूखा है।’ जिस बर्तन में ये शिवलिंग पाया गया है, वो उन कई जारों में से एक है, जो मंदिर के अंदर बने एक स्मारक के नीचे छुपाकर रखे गए थे।”वहीं पुरातत्वविदों के मुताबिक- “ ये कलाकृतियां 15वीं सदी की हैं, जब इस्लाम का जावा में प्रभुत्व था और शायद इसीलिए इन्हें इतना छुपाकर रखा गया था।” ऐसे में सोचने वाली बात ये है की बेशक इसके पीछे कोई वैज्ञानिक कारण भी हो सकता है। लेकिन हाल फिल्हाल सत्य यही है की इस मंदिर के शिवलिंग ने फिर एक चमत्कार किया है। जिससे लोगों के अंदर आस्था बढ़ गई है।

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