चेहरे की खूबसूरती में निखार लाने के लिए लड़कियां ना जानें क्या-क्या उपाय करती है, पर यदि किसी लड़की के शरीर में उसका चेहरा ही ना हो तो क्या होगा, ये काफी सोचने वाली बात है। ये दर्दनाक और दिल को दहला देने वाला मामला कोलकता के पश्चिम बंगाल का है। आपको बता दें कि इस महिला का चेहरा ही नहीं है। इसे भगवान का कोप कहें या उस महिला का दुर्भाग्य, काफी इलाज कराने के बाद भी डॉक्टर इस महिला का चेहरा बना पाने में असमर्थ हैं।
बताया जाता है कि इस 21 वर्षीय इस लड़की को Neurofibromatosis नामक घातक बीमारी है। इस बीमारी में शरीर में गांठ और सूजन हो जाने के कारण यह प्रभावित पूरी जगह को कवर कर लेती है। इसलिए इस महिला में चेहरे की जगह सिर्फ आखें और नाक है और बाजू में एक छोटा सा छेद है जिससे वो खाना खाती है।
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बचपन से ही इस बीमारी से ग्रस्त इस लड़की की मां अमीना का कहना है कि ये जन्म के समय से ही अन्य बच्चों के मुकाबले काफी वजन वाली पैदा हुई थी, उस समय भी वो आंख खोल पाने में समर्थ थी। इस हालत में पैदा हुई बच्ची को देख डॉक्टर भी परेशान थे। इसके लिए उन्होंने इसका काफी इलाज भी किया था। पूरी जांच करने के लिए इस लड़की को करीबन छः महीने तक हॉस्पिटल में भी इलाज के लिए रखा, लेकिन काफी परीक्षण के बाद इसके सही परिणाम हाथ नहीं लगे। डॉक्टरों ने भी इसका आगे इलाज करने के लिए अपना हाथ खींच लिया। नतीजा यही निकला कि सभी लोग इस बीमारी से हार मान गए| आज के समय में इस लड़की का कोई दोस्त नहीं है। घर के बंद दरवाजों के अंदर ही उसकी जिंदगी अपने मां बाप के साथ सीमित होकर रह गई है।
यदि हम बात करें तकनाकी क्षेत्र में भारत के विकसिक होने की तो हमारा देश इसमें अव्वल नम्बर पर गिना जाने लगा है, पर देश को विकसित करने वाले महंगे संसाधनों का उपयोग सिर्फ बड़े लोगों तक रहकर सिमटकर रह गया है, क्योंकि पैसे के बल पर लोग रोज अपने चेहरे बदल लेते है और गरीब लोग परिस्थिति से जूझते हुए हार मान कर इसी तह की जिंदगी जीने के लिए मजबूर हो जाते है।