रियो ओलंपिक में पदक ना जीत पाने से दुखी खेल प्रेमियों के लिए अब एक अच्छी खबर है। अभी हाल ही में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ के अधिकारियों ने खिलाड़ियो कि हालत को देखते हुए घोषणा की है कि साल 2020 में होने वाले ओलंपिक से पहले ‘सेल्फी ओलिंपिक’ खेल भारत में खेले जाएंगे।
सेल्फी ओलंपिक खेलों की मेजबानी कर रहे भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष एन. रामचंद्रन ने इस बात से काफी खुश नजर आते हुए कहा कि इस ओलंपिक को खेलने के बाद दुनिया भारत की असली ताकत को देखेगी, रियो में खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन को देख भले ही लोगों ने इस पर काफी नराजगी जताई हो पर अब भारत की इस छिपी प्रतिभा के सामने कोई दूसरा देश टिक नहीं पाएगा।
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इस सेल्फी ओलंपिक गेम्स में प्लेयर्स को खेल के मैदान की जगह कुछ खूबसूरत जगहों पर जाकर कई चुनौतियां का सामना करना पड़ेगा। वैसे भी ऐसी खूबसूरत जगहों पर जाना उनके लिए बायें हाथ का खेल है। फिर भी दिए गए चैलेंज को स्वाकीरते हुए उन्हें वॉटर इवेंट जैसे खूबसूरत झरने के पास जाकर खूबसूरत सेल्फी लेनी होगी। साथ ही नदियों या झरनों के बीच में जाकर तेज बहाव पर खड़े होकर सेल्फी लेकर आना होगा। इसके लिए उन्हें किसी ट्रेनिंग की भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी, क्योंकि इस काम में हमारे देश का हर भारतीय तेज है।
इस चैम्पयनशिप के नियम के अनुसार हर खिलाड़ियों को सेल्फी ले लेने पर अपनी फोटो खुद से एडिट करनी होगी। एडिटिंग के बाद जिस खिलाड़ी की शक्ल सेल्फी वाली फोटो की शक्ल से सबसे कम मिलेगी, उसे ही इस चैंपयनशिप का विजेता घोषित किया जाएगा। इसके अलावा खिलाड़ियों को कुछ मुश्किल हालात में सेल्फी लेनी होगी, जैसे ऐक्सीडेंट इवेंट में सेल्फी लेना। जो प्रतिभागी किसी बड़े ऐक्सीडेंट या बड़े हादसे की जगह पहुंचकर घायल के साथ सेल्फी लेगें, उन्हें विजेता घोषित कर दिया जाएगा। वैसे भी बड़े-बड़े हादसो के समय घायलों का सामान चुरा लेने की कारीगरी में अक्सर भारत के लोग आगे ही रहते है, तो सेल्फी लेना इनके लिए कौन सा मुश्किलों से भरा काम है।