यह आलेख है एक ऐसे मकान के बारे में जिसमें से अपने आप ही तेल रिसता है और आज तक कोई भी इस मकान में रिसते तेल के बारे में नहीं जान पाया है। आइये जानते हैं इस मकान के इतिहास और इसमें से निकलते तेल के बारे में।
यह मकान इंग्लैंड के नोरफॉक नामक स्थान पर स्थित है। इस मकान में पहली बार जब तेल के टपकने की घटना घटी तो वह समय था 30 अगस्त 1919 का और उस समय इस मकान में एक पादरी रहा करता था। उस दिन चर्च को साफ करने वाले एक व्यक्ति ने इस मकान की सफाई के दौरान इसकी छत पर कुछ तेल के घब्बे गिरे देखे थे। कुछ ही दिन बाद में एक और आश्चर्य पैदा हुआ, असल में छत पर पाए गए तेल के धब्बो से अब तेल की कुछ बूंदे रिस कर नीचे की और टपकने लगी थी और कुछ ही दिन में इस घर की दीवारों से भी तेल रिस कर नीचे की और गिरने लगा।
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कुछ ही समय में टपकते तेल की मात्रा इतनी हो गई की हर 10 मिनट में लगभग 1 लीटर तेल टपकने लगा और इस दौरान करीब 230 लीटर तेल इकठ्ठा भी किया गया। कुछ लोगों ने सोचा की घर के नीचे शायद किसी कच्चे तेल का कुआं होगा पर जब इस तेल को टेस्ट कराया गया तो सब चकित थे असल में यह कच्चा तेल नहीं बल्कि पेट्रोल और पैराफीन था। कुछ लोगों का मानना था कि उस घर में काम करने वाली महिला इसके लिए जिम्मेदार थी पर उस पर इल्जाम लगाने लायक कुछ था ही नहीं। खैर आज तक कोई भी इस बात का पता नहीं लगा सका है कि आखिर इस मकान से टपकते तेल का रहस्य क्या है।