दिल्ली में बीते दिनों से अपनी बकाया तनख्वाह की मांग कर रहे एमसीडी के कर्मचारियों ने दिल्ली में शुक्रवार को भी जाम ही रखा। अपनी मांगों को लेकर पूर्वी और उत्तरी दिल्ली की अनेक जगहों पर सफाई कर्मचारियों ने रास्ता रोक कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदशर्नकारियों ने सड़कों पर कूड़ा फेंक दिया जिस कारण वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई। वहीं, बीते दिनों एमसीडी के कर्मचारियों ने भीख मांग कर अपना विरोध प्रकट किया। ये कर्मचारी अभी तक भीख में मिले पैसों को प्रधानमंत्री व दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को ड्राफ्ट के द्वारा देंगे।
बकाया सैलरी के मुद्दे पर सड़कों पर उतरे एमसीडी के कर्मचारियों के प्रदर्शन से सुबह-सुबह ऑफिस जाने वाले लोगों को समस्या का सामना करना पड़ा। मुख्य मार्ग बाधित हो जाने से सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं। लोग घंटों सड़क पर ही फंसे रहें। दिल्ली के मूयर विहार इलाके से दल्लुपुरा मार्ग होते हुए गाजीपुर इलाके तक घंटों जाम लगा रहा। जानकारी के अनुसार दिल्ली सरकार की ओर से एमसीडी के इन दोनों ही निगमों को करीब 693 करोड़ रुपए की राशि हस्तांतरित कर दिए गए हैं। जो कुछ ही दिनों में कर्मचारियों के अकाउंट आ जाएंगे। एमसीडी के नार्थ डिवीजन को कर्मचारियों की बकाया सैलेरी देने के लिए 314 करोड़ और ईस्ट डिवीजन को 237 करोड़ की राशि दी गई है।
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इन सभी के बावजूद भी हड़ताल पर रहने वाले कर्मचारियों के लिए दिल्ली सरकार की ओर से सख्त कदम उठाने का फैसला लिया जा सकता है। यह भी संकेत मिले हैं कि अगर कर्मचारी नहीं मानें तो सरकार इनके खिलाफ एस्मा कानून को लागू कर सकती है।